Bhai Dooj Puja Vidhi
भाई बहन का रिश्ता इस दुनिया का सबसे प्यारा सम्बन्ध है| वह एक दूसरे के सबसे अच्छे दोस्त, सहलाकार, वेल विशर होते है| इसी अटूट बंधन को सम्मान करता है भाई दूज का त्यौहार| यह त्यौहार पूरे हिन्दुस्तान में बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ बनाया जाता है| अलग-अलग प्रदेश में यह विभिन्न नाम से जाना जाता है, जैसे की- भौ बीज (महराष्ट्र), भाई फोटा (नेपाल), भाई टिका (नेपाल), और निंगाल चाक़ूबा (मणिपुर)| लेकिन हर जगह इसका महत्त्व एक ही है - भाई-बहन का प्यार|
भाई दूज का त्यौहार पुराणिक कथाओं से भी प्रेरित है|
* एक कथा के अनुसार, इस दिन यमराज अपनी बहन के घर गए और उसने अपने भाई का स्वागत तिलक और आरती से किया| इससे प्रसन्न होकर यमराज ने ऐलान किया की इस दिन, जो बहन अपने भाई की ऐसे आरती करेगी, उसके भाई को दीर्घआयु की प्राप्ति होगी|
* दूसरी कथा के अनुसार, भगवान् श्री कृष्ण ने असुर-नरकासुर का वध किया था और जब वह अपने घर लौटे तो उनकी बहन ने उनका स्वागत- आरती, तिलक, और मिठाई से किया|
प्राचीन कथाओं के अनुसार, भाई दूज का त्यौहार बहन-भाई के प्यार का प्रतीक है| पूरे देश में यह त्यौहार रीती-रिवाजों से मनाया जाता है| आइयें जानते है भाई दूज पूजा की सही विधि, और शुभ मुहूर्त|
* भाई दूज पूजा विधि: इस दिन बहन अपने भाई की आरती करके उसके माथे पर तिलक करती है और उसका मुँह मीठा करवाती है| इससे प्रसन्न होकर, भाई अपनीे बहन को भाई दूज उपहार भेंट करता है| कई जगह भाई दूज पूजा के लिए, बहन अपने भाई के लिए चावल का स्थान सजाती है, जिसपे भाई विराजमान होता है फिर वह उसको तिलक करती है, कलाई पर कलावा बांधती है, मंत्र के साथ आरती करती है और उसे मिठाई खिलाती है| कहीं जगह पर बहन, भाई दूज पूजा के दौरान भाई की हथेली पर पान के पत्ते, सुपारी, कद्दू और सिक्के रखती है|
* भाई दूज पूजा मुहरत: बहने यह दिन, अपने प्यारे भाई के लिए और शुभ बना सकती है| कैसे? भाई दूज पूजा मुहूर्त के अनुसार करके| इस साल भाई दूज 29 अक्टूबर, 2019 को है, जो महीने का आखरी मंगलवार है| इस साल, भाई दूज का मुहूर्त 01:11 PM से 03:25 PM तक है|
ऐसा माना जाता है, जो बहने शुभ मुहूर्त में भाई दूज मानती है, उस भाई-बहन का रिश्ता खुशियों और आशीर्वाद से सज जाता है|
हम कामना करते है की यह भाई दूज का त्योहार आपके और आपके भाई के लिए शुभ हो| हमारी तरफ से, आपको और आपके भाई को भाई दूज की ढ़ेर सारी बधाई|